Google Street View Kya Hai | गूगल स्ट्रीट व्यू क्या है | Google Map Street View | Google Street in Hindi | Maps in Hindi | गूगल मैप क्या है?
इंसानों द्वारा नक्शे का प्रयोग हजारों सालों से होता आया है, लेकिन पहले लोग पेपर पर बने बड़े-बड़े नक्शों का प्रयोग किया करते थे, जिससे इसमें काफी ज्यादा मुश्किलें आती थी।
समय के साथ नए होते प्रयोगों और टेक्नॉलजी के आविष्कार ने मैप को काफी आसान बना दिया और इंटरनेट की मदद से आज हम घर बैठे कहीं भी किसी भी दुनिया के नक्शे को देख सकते है।
लेकिन इसमें भी और सहूलियत मिलने वाली है “गूगल स्ट्रीट व्यू” की मदद से, जो आपका काम काफी आसान करने वाला है।
Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है, गूगल स्ट्रीट व्यू के बारे में गूगल स्ट्रीट व्यू क्या है? (Google Street View Kya Hai) इसके क्या फायदे है? इसका प्रयोग कैसे करें? जानेंगेइन सारी चीजों के बारे में उम्मीद करता हूँ आपको यह पसंद आएगा।

गूगल स्ट्रीट व्यू क्या है? (Google Street View Kya Hai) –
गूगल स्ट्रीट व्यू, गूगल मैप का एक अपग्रेडेड रूप है, गूगल मैप पर जहां हम किसी भी मैप को 2D, 3D, Setelite और Normal रूप में देख सकते है, वहीं स्ट्रीट व्यू में हम किसी जगह पर वर्चुअल रूप से जाकर उसकी 360 डिग्री तस्वीरें देख सकते है।
किसी बड़ी स्क्रीन या VR में देखने पर ऐसा लगेगा कि जैसे आप उस जगह पर खड़े है, मैप में आप किसी भी जगह को उसके वास्तविक रूप में देख सकते है, हालांकि यह लाइव फुटेज नहीं होगा, लेकिन आपके बहुत सारे काम आसानी से कर सकता है।
Google Street View को साल 2007 में अमेरिका में शुरू किया गया था, इसमें डेटा को बनाने के लिए VR फ़ोटोग्राफी का प्रयोग किया जाता है।
भारत में गूगल मैप के इस फीचर को आने में 11 साल से भी ज्यादा का वक्त लगा, कुछ साल पहले गूगल ने इस प्रोजेक्ट को भारत में शुरू किया था लेकिन उस समय सुरक्षा कारणों की वजह से इसे रोक दिया गया था।
कारण यह था कि यदि पूरे भारत में सभी जगहों की इस तरह से हाई क्वालिटी तस्वीरें उपलब्ध हो जाएगी तो इसका प्रयोग किसी भी जगह पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है, और उस समय भारत में ऐसे घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही थी, जिसको देखते हुए इसे रोक दिया गया।
फिलहाल स्ट्रीट व्यू फीचर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बेंगलुरु में शुरू हुआ है, इसके बाद हैदराबाद और कोलकाता में यह शुरू किया जाएगा।
इसके तीसरे फेज में चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर जैसे बड़े शहरों लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
गूगल का कहना है कि साल 2022 के अंत तक भारत के 50 से ज्यादा शहरों में ये सेवा मिलनी शुरू हो जाएगी।
स्ट्रीट व्यू के क्या फायदे है? –
1. पहले की तुलना में अब किसी भी जगह को मैप पर खोजना काफी आसान हो जाएगा।
2. अब मैप पर किसी भी जगह को ज्यादा बेहतर ढंग से किसी को समझ पाएंगे, इसके पहले हम किसी को भी कोई जगह के बारे में बताने के लिए लैंडमार्क का प्रयोग करते थे, लेकिन यह कई बार असुविधाजनक होता था।
3. जगह के बारे में ज्यादा बेहतर जानकारी होने से हम उसको ज्यादा बेहतर तरीके से नेविगेट कर सकते है, गूगल मैप पर किसी भी रूट को जगह देखकर पहले से ही डिसाइड कर सकते है।
4. अमेज़न, ज़ोमेटो, स्वीगी जैसी निजी कंपनियाँ अपने वितरण कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु इस तकनीक का उपयोग करती हैं, जिससे रोजगार ने नए अवसर बनाने में मदद मिलती है।
5. गति शक्ति कार्यक्रम जैसी योजनाओं को भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके सुचारू रूप से धरातल पर लागू किया जा सकता है।
6. पूरे भारत में कहीं भी सार्वजनिक जगहों का वर्चुअल मुआयना कर सकते हैं, गूगल की प्राइवेसी पॉलिसी के तहत इसमें किसी भी तरह की आपत्तिजनक चीज का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, किसी का शोषण, किसी तरह की हेट स्पीच, किसी व्यक्ति की निजी जानकारी जैसी चीजें यहां नहीं मिलेंगी।
7. कहीं पर भी जाने से पहले उसके बारे में देख सकते है, कि वो जगह कैसी है, वहाँ कैसा वातावरण है, इन सबके बारें में भी जानकारी देखने को मिलेगी।
किसी भी जगह को गूगल स्ट्रीट व्यू में कैसे देखें –
गूगल स्ट्रीट व्यू कंप्यूटर और स्मार्टफोन सभी के लिए उपलब्ध है, कंप्युटर में वेब के माध्यम से तथा स्मार्टफोन में ‘Google Map’ एप के माध्यम से इसे प्रयोग कर सकते है।
1. कंप्युटर में इसे प्रयोग करना चाहते है तो, नीचे दिए गए इन टिप्स को फॉलो करें –
गूगल स्ट्रीट व्यू का प्रयोग करने के लिए सबसे पहले गूगल अर्थ की वेबसाईट earth.google.com पर जाना होगा, इसके बाद आपके सामने हमारी धरती का पूरा व्यू दिखेगा।
अब यहाँ पर जिस भी जगह को स्ट्रीट व्यू में देखना है, उसे सर्च करें और राइट साइड में नीचे की तरफ दिए गए इंसान के आइकन पर क्लिक करें।
इसके बाद गूगल अर्थ उस जगह के स्ट्रीट व्यू के बारे में डाटा दिखाएगा साथ ही उसके पाठ को हल्के नीले रंग हाईलाइट करेगा, यह पर जिस किसी भी जगह के स्ट्रीट व्यू को देखना चाहते है उसपर क्लिक करें यह उस जगह के स्ट्रीट व्यू को दिखाएगा।
2. स्मार्टफोन का प्रयोग कर रहे है तो google map एप की मदद से बड़ी ही आसानी से किसी भी जगह को 360 डिग्री में देख सकते है, स्मार्टफोन मके लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें –
- सबसे पहले Google Map एप को ओपन करें
- इसके बाद उस जगह को सर्च करें जिसको आप 360 डिग्री में देखना चाहते है
- आप गूगल उस जगह के नक्शे को दिखाएगा, स्ट्रीट व्यू के लिए ऊपर दाईं तरफ चौकोर से आइकन पर क्लिक करें, यहाँ पर Map Type और Map Details देखने को मिलेगा।
- Map Details में जाकर आदमी के आकार वाले ऑप्शन ‘Street View’ को सलेक्ट करें।
- इसके बाद मैप उस जगह के स्ट्रीट व्यू को दिखाएगा, जिस किसी भी स्थान को 360 डिग्री में देखना चाहते है, उस जगह पर क्लिक करें।
- इसके बाद उस जगह की वास्तविक इमेज खुलकर सामने आ जाएगी।
अभी के समय में भारत के कुछ ही शहर है जहां पर यह सुविधा शुरू की गई है, लेकिन धीरे-धीरे बाकी के छोटे शहरों और कस्बों में भी यह सुविधा देखने को मिलेगी, जिस जगह पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं है यह नहीं देखने को मिलेगा।
स्ट्रीट व्यू की समस्याएं और समाधान –
अब जब भारत में इसको दोबारा लांच किया गया है तो गूगल ने दो भारतीय कंपनियों टेक महिंद्रा और जेनिसिस के साथ मिलकर इसे पूरा करने वाली है।
1. अभी के समय में गूगल का AI सिस्टम इतना एडवांस हो गया है कि यह मैप में पास खड़े किसी भी व्यक्ति के चेहरे को, किसी संवेदनशील जगह को पहचान करके उसे ब्लर कर देता है।
2. तस्वीर में दिखने वाले किसी कार के नंबर प्लेट को पहचान कर उसे धुंधला कर देता है, ताकि इसका कोई गलत इस्तेमाल न कर सके।
3. यदि कोई सैन्य छावनी है, कोई गोवर्मेंट ऑफिस है, या कोई संवेदनशील जगह है तो उसे स्ट्रीट व्यू में शामिल नहीं किया जाएगा।
4. सरकारी संपत्तियों, रक्षा प्रतिष्ठानों और सैन्य क्षेत्रों जैसे प्रतिबंधित क्षेत्रों के लिये सड़क दृश्य/स्ट्रीट व्यू शामिल करने की अनुमति नहीं है।
ऊपर ये कुछ कारण है जिसके बारे में चिंता करने की जरूरत है लेकिन इन्हें गूगल के द्वारा दूर कर दिया गया है, ताकि इसका लोग गलत इस्तेमाल न कर सकें।
गूगल स्ट्रीट व्यू काम कैसे करता है? –
मैप पर स्ट्रीट व्यू को दिखाने के लिए गूगल ने कुछ साल पहले दो भारतीय कंपनियों Tech Mahindra और Genesys के साथ पार्टनरशिप में इस प्रोजेक्ट को शुरू किया था।
जिसके द्वारा भारत के कुछ चुने गए शहरों की गलियों और सड़कों पर नीचे दिए गए तस्वीर के तरह गाड़ियों पर लगे 360डिग्री कैमरा सिस्टम की मदद से पूरे शहर की हर गली शहर के सड़क को इसी डिवाइस की मदद से रिकार्ड किया और बाद में इस डेटा को प्रोसेस करके गूगल स्ट्रीट व्यू के माध्यम से उपलब्ध कराया है।
भारत के बाहर बहुत से देशों में यह सुविधा पहले से ही चालू है, कुछ साल पहले Google ने इसको भारत में भी शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से इसे रोक दिया गया था, जिसके कारण इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया।
शुरुआत में इस प्रोजेक्ट के तहत भारत के दस शहरों को शामिल किया गया है, जिसके बाद के अगले चरणों में बाकी के शहरों को भी इसमें धीरे-धीरे शामिल किया जाएगा।
स्ट्रीट व्यू के लिए गूगल उस लोकेशन के हर जगह, गली मोहल्ले, प्रसिद्ध जगह, धार्मिक स्थल के अंदर की तस्वीरें, संग्रहालयों तथा पार्कों के अंदर की 360 डिग्री तस्वीरें लेता है, फिर उसको प्रोसेस करके गूगल मैप के साथ दिखाया जाता है।
इस काम को पूरा करने के लिए गूगल इन हाई टेक डिवाइसेस का इस्तेमाल करता है, जिसकी मदद से ही ये सारे काम पूरे किए जाते है।
इस डिवाइस का एक मुख्य काम हर जगह की 360 डिग्री में एक तस्वीर लेनी होती है और तस्वीर लेने का यह काम कुछ कुछ दूर चलने पर कुछ टाइम इंटरवल लेने के बाद उसे प्रोसेस करना होता है।
डिवाइस में ऊपर की तरफ एक गोल फुटबाल के आकार के यंत्र में कई सारे कैमरे लगे हुए होते है, जो एक समय में एक साथ किसी भी जगह की 360 डिग्री में तस्वीरें ले सकता है, ये 360 डिग्री तस्वीर किसी भी जगह को किसी भी एंगल से देखने में मदद करती है।
अब क्योंकि धरती पर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरह का परिस्थितियाँ होती है, इसलिए हर जगह पर जाने के लिए अलग-अलग तरह के साधनों की जरूरत पड़ेगी इसको ध्यान में रखते हुए, भारत में पार्टनर कंपनियों के द्वारा इसको अलग-अलग तरह के वाहनों के ऊपर फिट किया गया है ताकि किसी भी लोकेशन पर उसकी पूरी तस्वीर ली जा सके।
नीचे कुछ ऐसे ही डिवाइसेस है जिनका प्रयोग भारत समेत सभी देशों में डेटा को कालेक्ट करने के लिए किया जाता है।
Street View Car –
शहरों में मुख्य सड़कों तथा हाईवे पर और ऐसी जगहें जहां पर कोई भी कार आसानी से जा सकती है वहाँ पर स्ट्रीट व्यू कार की मदद ली जाती है।
इस कार की छत पर कैमरा लगा होता है, जो एक टाइम इंटरवल पर तस्वीरें लेता रहता है, यह कार ज्यादातर शहरों के स्ट्रीट व्यू के लिए इस्तेमाल की जाती है।

Street View Bag –
ऐसी जगहें जहां पर ज्यादा जगह नहीं है और थोड़ी ही दूर तक ट्रैवल करना है तो इस ट्रॉली की मदद से डेटा को कलेक्ट किया जाता है।
स्ट्रीट व्यू ट्रेकर यह एक बैग है, इसके ऊपर कैमरा लगा हुआ होता है, इसे पीठ पर टांग कर आप कहीं भी घूम सकते हैं।

Street View Trolly –
संकरी गलियों, संग्रहलयों, बड़ी बिल्डिंग्स जहां पर किसी इमारत के अंदर आँकड़े लेने हो साथ ही ऐसी जगहें जहां पर कोई वाहन न जा सके यह ट्रॉली संकरी गलियों में आसानी से ले जाई जा सकती है और यह किसी भी जगह को अंदर से दिखाने के लिए सबसे अच्छी है।

Street View Snow –
ऐसी जगहों पर जहां हमेशा बर्फ पड़ती रहती है स्ट्रीट व्यू स्नो मोबाइल को इस तरह की परिस्थियों के लिए बनाया गया है।
यह बर्फ में खेले जाने वाले खेलों, ट्रैकिंग, बर्फ के पहाड़ों और बर्फीली सड़कों को कवर करने के लिए बनाई गई है।
Street View Three Wheeler –
स्ट्रीट व्यू थ्री व्हीलर, संकरी गलियों वाले के शहरों लिए डिजाइन किया गया है, इसे मोटरसाइकल की पिछली सीट पर सेट किया गया है, छोटी और तंग गलियों जहां बड़ी कारें नहीं जा सकती, उनकी सटीक तस्वीरें खींचने के लिए प्रयोग किया जाता है।

स्ट्रीट व्यू, गूगल मैप से कितना अलग है?
गूगल स्ट्रीट व्यू, गूगल मैप का एक अपग्रेडेड रूप है, स्ट्रीट व्यू में हम किसी जगह पर वर्चुअल रूप से जाकर उसकी 360 डिग्री तस्वीरें देख सकते है।
यह किन डिवाइसेस के लिए है?
गूगल स्ट्रीट व्यू कंप्यूटर और स्मार्टफोन सभी के लिए उपलब्ध है, कंप्युटर में वेब के माध्यम से तथा स्मार्टफोन में ‘Google Map’ एप के माध्यम से इसे प्रयोग कर सकते है।
इसे कहाँ शुरू किया गया है?
फिलहाल स्ट्रीट व्यू फीचर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बेंगलुरु में शुरू हुआ है, इसके बाद हैदराबाद और कोलकाता में यह शुरू किया जाएगा, इसके तीसरे फेज में चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर जैसे बड़े शहरों लोगों को इसका फायदा मिलेगा, साल 2022 के अंत तक भारत के 50 से ज्यादा शहरों में ये सेवा मिलनी शुरू हो जाएगी।
क्या इसे यूज करने के पैसे लगेंगे?
नहीं, गूगल के द्वारा यह मुफ़्त में उपलब्ध कराया जाता है।
गूगल स्ट्रीट व्यू की शुरुआत कहाँ हुई थी?
गूगल स्ट्रीट व्यू की शुरुआत साल 2007 में अमेरिका में हुई थी।
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Summary of Article –
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