Padhai Karane Ke Niyam【पढ़ाई कैसे करें】पढ़ाई करने के नियम

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Padhai Karane Ke Niyam | मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं | पढ़ाई में दिमाग तेज करने का तरीका | पढ़ाई करने के नियम | देर रात तक पढ़ाई कैसे करें | परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें? | Padhaai Karne | पढ़ने के नियम

एक अच्छे समाज के निर्माण में एजुकेशन का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, साथ ही हमारे लिए बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए हमारा शिक्षित होना बहुत आवश्यक है, लेकिन यह तभी संभव है जब हम छात्र जीवन में पढ़ाई को प्राथमिकता दें, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम चाहकर भी नहीं पढ़ पाते है।

Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर, आज के इस आर्टिकल में हम बात करने जा रहे है, पढ़ाई करने के नियम और तरीकों के बारे में, पढ़ाई में दिमाग तेज करने का तरीका क्या है? परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें? इन चीजों के बारे में, उम्मीद करता हूँ आपको इससे कुछ सीखने को अवश्य मिलेगा।

पढ़ाई करने के नियम, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं, Padhai Karane Ke Niyam
पढ़ाई करने के नियम | Padhai Karane Ke Niyam

पढ़ाई करने के नियम, पढ़ने के नियम (Padhai Karane Ke Niyam ) –

शिक्षा का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका है, आज के समय में इसकी इतनी ही आवश्यकता है जितनी जीवन जीने के लिए बाकी भौतिक चीजों की जरूरत होती है।

रोज पढ़ाई करें –

आमतौर पर छात्रों की अधिकतर आबादी ऐसा ही करती है, जैसे ही परीक्षा का समय नजदीक आता है, बच्चे ज्यादा देर तक पढ़ना शुरू कर देते है।

यदि आप चाहते है कि परीक्षा में अच्छे नंबर लाएं तो अपने सिलेब्स को सत्र शुरू होने के समय से पढ़ाई करें, न कि परीक्षा के नजदीक आने पर।

जब आप परीक्षा के पास आने पर पढ़ाई करते है तो आपको उन दो-तीन महीनों में पूरे साल का सिलेबस पढ़ना पड़ता है जो कि टॉपर्स साल भर में पढ़ते है।

ये आपको चिंता, थकान और अच्छे नंबर न आने की टेंशन में डाल देता है, जिससे आपकी पढ़ने की क्षमता और भी घट जाती है।

एकाएक ज्यादा पढ़ाई करने आपको चीजें आसानी से याद भी नहीं होती, जितना आगे का पढ़ते है, पिछला वाला पढ़ा हुआ भूलते जाते है।

पढ़ाई करने के नियम, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं
Padhai Karane Ke Niyam | मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं

पढ़ाई के घंटों पर ध्यान दें –

अक्सर स्टूडेंट ऐसा करते है वे किसी दिन 5 से 6 घंटे की पढ़ाई करते है तो किसी दिन आधे घंटे भी नहीं।

पढ़ाई के साथ की जाने वाली यह अनियमितता किसी भी काम की नहीं होती है, केवल पढ़ाई ही नहीं जीवन के हर क्षेत्र में रेगुलर होना बहुत ही जरूरी है।

भले ही आप कम समय के लिए पढ़ें लेकिन कोशिश करें कि रोज पढ़ें, किसी किसी दिन पढ़ने से चीजें याद तो हो जाती है लेकिन उन्हें भूलने में टाइम नहीं लगता।

कोई भी सिलेबस कितना भी बड़ा हो उसे लगातार पढ़ाई के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है।

पढ़ाई को प्राथमिकता दें –

अक्सर ऐसा होता है कि बच्चे कोई थोड़ा भी जरूरी काम हो तो उसके लिए पढ़ाई को टाल देते है, जैसे – घर में बर्थडे, कोई छोटा-मोटा प्रोग्राम इत्यादि हो तो।

हमेशा पढ़ाई करते रहना सही नहीं है यह बात ठीक है, लेकिन अगर घर में, स्कूल में, फ्रेंड के घर पड़ते कामों की वजह से ज्यादा दिनों तक किताबों से रिश्ता छूट जाता है तो फिर वापस पढ़ने में मन नहीं लगता है।

इसलिए कोई भी छोटा-मोटा फ़ंक्शन होने पर थोड़ी देर के लिए ही पढ़ाई जरूर करें, इससे आपको अगले दिन बैठने के लिए मन को प्रेरित नहीं करना पड़ेगा।

नोट्स बनाएं –

आपकी तैयारी कैसी है, इसके बारे में जानने का सबसे अच्छा तरीका है नोट्स कि मदद लेना।

ऐसे बहुत से छात्र देखने को मिल जाएंगे जो कि कभी नोट्स ही नहीं बनाते है।

अक्सर यह देखा जाता है कि जो स्टूडेंट नोट्स नहीं बनाते है उन्हें बाद में परीक्षा के समय बहुत मुश्किल से कोई चीज याद हो पाती है।

यदि आप भी चाहते है कि हर विषय पर आपकी पकड़ मजबूत हो और एक बार पढ़ा हुआ अच्छी तरह याद रहे तो इसके लिए जरूरी है कि अपने सभी विषयों के नोट्स बनाएं और उसे रोज मेंटेंन करके रखें।

नोट्स बनाना, न सिर्फ आपके लिए अच्छी राइटिंग में हेल्प करता है, बल्कि इससे रेगुलर पढ़ाई करने के लिए एक जिम्मेदारी की तरह टास्क लगता है, जिसे रोज पूरा करना होता है।

एक बार आप कोई भी चीज नोट्स के माध्यम से याद कर लेते है तो उसका रिवीजन करने के लिए केवल नोट्स देखने की जरूरत पड़ती है, इससे परीक्षा के समय में आपका कीमती समय बचता है।

सही आहार लें –

यदि आप उन बच्चों में से है रोज सुबह बिना भोजन किए और बिना लंच बॉक्स के स्कूल जाते है तो इसे जितनी जल्दी हो सके बदल दें।

यदि आपका बच्चा स्कूल जाता है तो उसे खाना खिलाकर ही भेजें और लंच बॉक्स भी साथ में दें।

आमतौर पर स्कूल में, बच्चे सुबह से लेकर 6 से 7 घंटे बिताते है और जो बच्चे इतनी देर तक कम उम्र में बिना खाना खाए रहते है, वे पढ़ाई में कमजोर ही रह जाते है।

इस उम्र में सही तरीके से भोजन न करने से उनका शारीरिक विकास नहीं हो पाता, शरीर का दुबला होना, लंबाई का सही तरीके से न बढ़ना और कुपोषण जैसे रोगों का शिकार हो जाना जैसे समस्यायें लाता है।

स्कूल में लंच टाइम इसीलिए बनाए गए है ताकि उस दौरान आप आराम कर सकें और कुछ नाश्ता कर लें।

यदि इस दौरान कोई स्टूडेंट कुछ नहीं खाता-पीता है तो कुछ समय बाद नींद, शरीर में सुस्ती और ज्यादा मुश्किल सवाल का प्रेशर न हैंडल कर पाना जैसी समस्यायें रोज होती है।

इसलिए अच्छे छात्र और स्वस्थ्य जीवन के लिए बाकी चीजों के साथ अपने खान-पान पर भी ध्यान दें।

एक लक्ष्य निर्धारित करें –

पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आपको आपके जीवन में एक लक्ष्य तय करना होगा कि आप क्या बनना चाहते है।

एक समय के बाद जब हम चीजों को समझने लगते है तो हमारे कुछ इच्छाएं जरूर होती है, जिन्हें पूरा करना चाहते है।

जब तक आप खुद के लिए किसी लक्ष्य को निर्धारित नहीं करेंगे, तब तक आपके लिए पढ़ाई करना या उस पर ध्यान रखना संभव नहीं हो पाएगा।

स्कूल जीवन में यदि आप है तो जरूर कोई न कोई आपसे कक्षा में पढ़ने में अच्छा होगा, तो कोशिश करिए कि आप उससे बेहतर बन पायें।

अवरोही क्रम में पढ़ें –

ऊपर जैसा कि हमने बात किया है कि रोज पढ़ने की आदत डाल लें, इसके साथ ही अवरोही क्रम में पढ़ने की आदत डालें।

अवरोही क्रम के अनुसार, सत्र की शुरुआत के समय ज्यादा पढ़ाई करें और जैसे-जैसे परीक्षा का समय नजदीक आता जाता है, पढ़ाई के समय को कम करते जाते है।

इससे आप मानसिक रूप से परीक्षा के समय ज्यादा सोचने और समझने के स्वतंत्र होते है और अवरोही क्रम में पढ़ी गई चीजें ज्यादा समय तक याद रहती है।

रिवीजन करें –

जब हम किसी चीज या घटना को देखते है तो एक बार में ही वह पूरी जिंदगी के लिए हमारे मस्तिष्क में वह छप जाता है।

लेकिन किसी चीज को जब हम खुद करते है तो एक बार अभ्यास करने के बाद वह कुछ दिनों तक ही याद रख पाते है और पढ़ाई के साथ भी कुछ ऐसा ही है।

इसलिए केवल पढ़ने से ही चीजें अच्छी तरह याद नहीं होती, आपने जो कुछ भी पढ़ा या सीखा और समझा है उसे दोबारा दोहराएं और अभ्यास करें।

एक बार पढ़ने और याद करने के बाद किसी भी चीज के भूलने की संभावना अधिक रहती है, इसलिए कोशिश करें कि हर हफ्ते जो कुछ भी पढ़ या सीखा है सप्ताह के अंत में उसे जरूर दोहराएं।

फोकस बनाएं –

भले ही आप कम समय के लिए पढ़ें लेकिन जब भी पढ़ाई कर रहे हो तो कोशिश करें कि आपके आसपास कोई भी ऐसी चीज न हो जिससे आपका ध्यान भटके।

शांत वातावरण में पढ़ना आपको ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, इसलिए इस चीज का भी जरूर ख्याल रखें।

यदि स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर पर पढ़ रहे है तो कोशिश करें कि ऐसे नोटिफिकेशन और फोन कॉल्स से बचे जो आपका ध्यान दूसरी ओर आकर्षित करते हों।

पसंद के अनुसार टाइम टेबल बनाएं –

कुछ लोगों की रात में पढ़ने की आदत होती है, यदि आप इस तरह से पढ़ने में कम्फर्टेबल है तो और यह आपको ठीक भी लगता है तो रात में ही पढ़ाई करें।

कुछ लोगों के लिए रात में पढ़ना मजबूरी भी हो सकती है आसपास को रहे शोर शराबे के कारण।

भले आप दिन में पढ़ें या रात में लेकिन एक बात हमेशा याद रखें कि प्रकृति ने हमारे बायो साइकिल मतलब हमारे शरीर का जो सोने और काम करने का समय चक्र है।

यह रात में सोने और दिन में काम करने का है, इसलिए यदि आपकी रात में पढ़ने की आदत है तो इसका कुछ न कुछ नेगेटिव प्रभाव हमारे शरीर पर जरूर पड़ता है।

यंग एज में हमें मेहनत करने की आदत होती है और इस समय एनर्जी भी सबसे ज्यादा होती है तो हमें इतना ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, लेकिन बाद में इसके साइड एफ़ेक्ट देखने को मिल सकते है।

यदि आप इस विषय में अलग-अलग लोगों से पूछेंगे तो सके अलग-अलग राय देखने मिलेंगी, किसी को दिन में पढ़ना अच्छा लगता है तो कोई रात में पढ़ने की सलाह देंगे, कोई शाम के समय पढ़ने की सलाह देता है तो कोई सुबह के समय।

यदि आपको यह चुनने में मुश्किल हो रही है कि किस समय पर पढ़ जाए तो इसका सही जवाब है कोई भी समय जब आपका पढ़ने का मन करे वही सही समय है आपको पढ़ने का।

हा इसमें इस बात का ध्यान रखें जिस टाइम पर आप पढ़ रहे है रोज उसी समय पर खुद को प्रेरित करें पढ़ने के लिए इससे आप अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य को पाने की कला सीख पाएंगे।

Note – जरूरी नहीं है कि इस लेख में बताए गए टिप्स सभी लोगों पर लागू हो या उनके लिए काम करे, अलग-अलग लोगों का पढ़ाई करने का तरीका बिल्कुल अलग होता है, इसमें से आप उसी तरीके को फॉलो करें जिसे आप फॉलो कर सकते है और उसी तरीके से अच्छे रिजल्ट देखने को मिले।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –

मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं?

पढ़ाई में मन लगाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है, जैसे – टाइम टेबल बनाएं, नोट्स बनाएं, पढ़ाई को प्राथमिकता दें, एक लक्ष्य बनाएं, रोज पढ़ाई करें और रिवीजन करें इत्यादि।

पढ़ाई में मन कैसे लगाएं?

पढ़ाई में मन लगाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है, जैसे – टाइम टेबल बनाएं, नोट्स बनाएं, पढ़ाई को प्राथमिकता दें, एक लक्ष्य बनाएं, रोज पढ़ाई करें और रिवीजन करें इत्यादि।

पढ़ाई में दिमाग तेज करने का तरीका क्या है?

यदि आप पढ़ाई में खुद को तेज करना चाहते है तो इसका एकमात्र उपाय है, पढ़ाई… जितना ज्यादा आप किसी विषय के बारे में पढ़ेंगे उतना ही आपको जानकारी होगी और यही जानकारी आपको बाकी के लोगों से बेहतर बनाती है।

परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें?

परीक्षा के समय पढ़ाई करना आपको कोई खास लाभ नहीं दे सकता है, परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आपको सत्र के शुरुआत में ज्यादा से ज्यादा पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए और जैसे-जैसे परीक्षा नजदीक आती है वैसे-वैसे पढ़ाई के समय को कम करते जाएं।

पढ़ाई में दिमाग तेज करने का तरीका | पढ़ाई करने के नियम | देर रात तक पढ़ाई कैसे करें | परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें? | Padhaai Karne | पढ़ने के नियम

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Summary –

छात्र जीवन में एक ऐसा समय होता है जब हमारे पास ऊर्जा सबसे ज्यादा होती है, स्वभावतः इस उम्र में चंचलता होती ही है, यदि आप पढ़ाई न कर पाने में खुद को दोष दे रहे है, तो यह सही नहीं है।

किसी भी बदलाव के लिए आपको थोड़ी-थोड़ी शुरुआत करनी चाहिए, यदि आपका मन पढ़ने में नहीं लग रहा है तो पहले थोड़ी देर पढ़ने से शुरुआत करें फिर धीरे-धीरे पढ़ने के समय को बढ़ाते जाएं, कुछ दिनों में आप देखेंगे कि किताबों के बिना आपका मन नहीं लगेगा।

तो दोस्तों, पढ़ाई करने के नियम (Padhai Karane Ke Niyam) में यह जानकारी आपको कैसी लागि हमें जरूर बताएं नीचे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से यदि आपके पास इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे भी जरूर लिखें, धन्यवाद 🙂

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